
लोकसभा चुनाव को देखते हुए गुजरात और राजस्थान के डीजीपी ने शराब और ड्रग माफिया के खिलाफ एक साथ ऑपरेशन चलाने की रणनीति बनाई है। गुजरात के डीजीपी विकास सहाय और राजस्थान के डीजीपी उत्कल रंजन साहू की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हो चुकी है। इसमें दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए अपने-अपने राज्यों के वांछित अपराधियों की सूची एक-दूसरे से साझा की है।
इस बैठक में शराब एवं ड्रग माफिया और उनके गिरोह की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय और राजस्थान के डीजीपी साहू ने दोनों राज्यों की सीमा पर स्थित जिलों में सख्त नाकाबंदी करने, पर्याप्त संख्या में चेक पोस्ट लगाने, शराब के गोदामों को चेक करने और गाड़ियों की चेकिंग करते हुए अवैध शराब, अवैध नकदी एवं अवैध हथियारों के मूवमेंट पर सख्ती से रोक लगाने के लिए आवश्यक सूचनाओं का आदान प्रदान करते पर सहमति जताई है।
महत्वूपर्ण दिनों में बॉर्डर पर होगी सख्त मॉनिटरिंग
बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान में 19 अप्रैल एवं 26 अप्रैल को होने वाली वोटिंग और गुजरात में 7 मई को होने वाली वोटिंग के दिन और इसके आस-पास के दिनों में दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा बॉर्डर पर सख्त नाकाबंदी करने पर बात हुई। इस नाकेबंदी के दौरान दोनों राज्यों की पुलिस एक दूसरे को सहयोग करेगी। वाहन की जानकारी से लेकर बदमाशों का फीडबैक ऑनलाइन दिया जाएगा।
वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलेगा अभियान
इसके साथ ही दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने गुजरात राज्य से फरार और राजस्थान में फरारी काट रहे बदमाशों की जानकारी एकत्रित कर गुजरात पुलिस को देगी। इसी प्रकार गुजरात पुलिस भी उनके इलाकों में फरारी काट रहे बदमाशों की जानकारी के साथ-साथ उन्हें पकड़ने में भी राजस्थान पुलिस का साथ देगी। मतदान दिवस एवं इसके आस-पास के दिनों में सोशल-मीडिया पर अवांछित गतिविधियों और फेक न्यूज पर नजर रखने के लिए एक-दूसरे के सहयोग से सख्त मॉनिटरिंग की जाएगी। लोकसभा चुनावों के दौरान विशेषकर राजस्थान के गुजरात से लगने वाले सीमावर्ती जिलों में सूखा दिवस की सख्ती से पालना कराने में भी दोनों राज्यों की पुलिस टीमों द्वारा मिलकर कार्य करने का निर्णय भी इस बैठक में लिया गया।